एक टहनी टूटकर पतवार बनती है एक चिंगारी दहक कर अंगार बनती है एक टहनी टूटकर पतवार बनती है एक चिंगारी दहक कर अंगार बनती है
ऐसे रिश्तों में उम्र का दायरा सिमटता, जीवन में बहुत सीख भी मिलता। ऐसे रिश्तों में उम्र का दायरा सिमटता, जीवन में बहुत सीख भी मिलता।
थोड़ा रोते फिर हँस देते सबके मन को भाते बच्चे। थोड़ा रोते फिर हँस देते सबके मन को भाते बच्चे।
मति गई मारी मति गई मारी
रंग बिरंगे रूप दिखलाए तितली, मेरे मन को भरमाए तितली। रंग बिरंगे रूप दिखलाए तितली, मेरे मन को भरमाए तितली।
बनोगे आत्मनिर्भर भी, कि बस बोझ होगे तुम ! बनोगे आत्मनिर्भर भी, कि बस बोझ होगे तुम !